स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
जीत का असीम पर्व,
स्वतंत्रता दिवस
मना रहें हम
कुछ अलग सी रौनक,
वादियों में सुकून है।
कर्ज़ अदा किया धरा ने
शहीद वीर जवानों का।
मिटा दिया था
जिन्होंने अपना अस्तित्व
धरती माँ के नाम पर।
तिरंगा अब कश्मीर में
फ़क्र से लहरायेगा।
मिला लद्दाख को पूर्ण सम्मान
विलीन हुआ धारा 370, का प्रावधान
स्वच्छंद, सुवासित है फिज़ा।
सत्य कहूं, तो अंतरात्मा
प्रसन्न, निर्मल ,उन्मुक्त है
तुहिन भरी वादियों में
दूर-दूर तक, खुशियों की,
खुशबुओं का विस्तार है।
उचित -अनुचित
का द्वंद
नैतिक -अनैतिक
का अवसाद थम गया
अलौकिक पूर्ण विराम है।
भू से चंद्र तक,
बृहद नभ के एक छोर से
धरती के विस्तार तक,
कश्मीर से कन्याकुमारी तक
जयघोष है।
अखंड है भारत
स्वर एक है
गान एक है
वंदे मातरम की
जय गान है ।
स्वतंत्रता दिवस
मना रहें हम
कुछ अलग सी रौनक,
वादियों में सुकून है।
कर्ज़ अदा किया धरा ने
शहीद वीर जवानों का।
मिटा दिया था
जिन्होंने अपना अस्तित्व
धरती माँ के नाम पर।
तिरंगा अब कश्मीर में
फ़क्र से लहरायेगा।
मिला लद्दाख को पूर्ण सम्मान
विलीन हुआ धारा 370, का प्रावधान
स्वच्छंद, सुवासित है फिज़ा।
सत्य कहूं, तो अंतरात्मा
प्रसन्न, निर्मल ,उन्मुक्त है
तुहिन भरी वादियों में
दूर-दूर तक, खुशियों की,
खुशबुओं का विस्तार है।
उचित -अनुचित
का द्वंद
नैतिक -अनैतिक
का अवसाद थम गया
अलौकिक पूर्ण विराम है।
भू से चंद्र तक,
बृहद नभ के एक छोर से
धरती के विस्तार तक,
कश्मीर से कन्याकुमारी तक
जयघोष है।
अखंड है भारत
स्वर एक है
गान एक है
वंदे मातरम की
जय गान है ।
6 comments
Omg! What a poem! Happy independence day!
ReplyDeleteHappy independence day to you too
DeleteJai Hind��
ReplyDeleteJai Hind! Vande Matram!
ReplyDeleteJai Hind ....
ReplyDeleteVande matram!!!Jai hind!!!
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