नववर्ष २०२३
नववर्ष पर कुछ नए स्वप्न बुनते हैं
नुतन आशाएं को लड़ी में पिरोते हैं
मन में दृढ़ संकल्प भरें
पुनः नव गीत की रचना करें
कितना भी विषम हो पथ
चुनौतियों को स्वीकार कर आगे बढ़ें
२०२३ का शुभ आगमन
सद्भाव,सद्गुण का आलिंगन कर
बांटें खुशियां, अंतर्मन हर्षित करें
नवीन संकल्प है
थोड़ा खुद को सिंचित करें
थोड़ा खुद से परिचित हों
नव प्राण सजे,
नव संकल्प जगे,
स्नेह,करुणा से
मानवियता सजे,
मानवता सजे
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