सुबह

by - August 06, 2022



                                          

सुबह के उजाले में
सरसराती ठंडी हवाओं में
कोहरा छुप गया 
जाग गया शहर
रोज़मर्रा की जिंदगी
अपनी दिनचर्या के अनुसार
अपनी उलझनें
सवारने में लग गई 
कोई ठहराव नहीं
नए पन्ने पर
जिंदगी की कहानी 
में कुछ और पंक्तियां
लिखने को निकल पड़ी..

06/08/2022





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