युद्ध

by - July 25, 2022




                                         

छिड़े जब युद्ध, कांपे भूमंडल 
चहुं ओर रुदन,भूख,बेबसी,लाचारी
चित्कार और हाहाकार
धूं धूं कर जले सब दिशाएं, दृश्य भयावह 

युद्ध की बलि चढ़ में चढ़ जाए 
बरसों का विकास
किसकी जीत ?
किसकी हार?

जहरीले धुएं में छिपा है गगन
गिद्ध कर रहे तांडव 
सत्ता के मद में चूर है सरकार
मानवता होती है तार-तार..

२५/०७/२०२२


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