Happy Ganesh Chaturthi
आम्र पत्तियों का बंदनवार
रंगोली से सजा द्वार
आस्था का दीप जला
अंतः मन का शंखनाद।
हे देव !
हे विघ्नहर्ता !
शत शत नमन करो स्वीकार।
शुभारंभ हो तुम्ही,
अंत भी तुम्ही।
रामायण और गीता का
ब्रह्मज्ञान
समाहित हो मुझमें
ताकिअस्तित्व मेरा
धरा पर हो अर्थवान । समाहित हो मुझमें
ताकिअस्तित्व मेरा
धुंध के बादल छटें
आत्मा मेरी, तुम में विलीन हो
मिट्टी की काया, बने माटी ...उससे पहले
हे अष्ट विनायक !
करो मेरा जीवन पथ
आलोकित...
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The glory of your
presence ease: resolute
presence ease: resolute
obstacles and challenges.
Conquering fears with
zephyrs of blessings.
that kindles
the light of hope
empowering conscious.
4 comments
Ganpati bappa mourya!!! Mangal murti mourya!!!
ReplyDeleteआपको भी गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteगणेश चतुर्थी की बधाईयां...
ReplyDeleteआपको भी इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
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